अर्थव्यवस्था में व्यवसाय और व्यवसायी का महत्व

किसी अर्थव्यवस्था में व्यवसाय और व्यवसायी का महत्व — बिहार के लिए क्यों है यह अत्यंत आवश्यक

बिहार के लिए व्यवसाय और व्यवसायी का महत्व

किसी अर्थव्यवस्था में व्यवसाय और व्यवसायी का महत्व — बिहार के लिए क्यों है यह अत्यंत आवश्यक


प्रस्तावना

जब हम किसी मजबूत अर्थव्यवस्था की कल्पना करते हैं, तो हमारे मन में अक्सर बड़े-बड़े उद्योग, चमचमाते बाज़ार, और लाखों लोगों को रोज़गार देने वाली कंपनियों की छवि आती है। लेकिन यह सब कुछ तब तक संभव नहीं है जब तक किसी राज्य या देश में व्यवसाय (Business) और व्यवसायी (Businessman) को वह सम्मान और सहयोग नहीं मिलता जिसके वे हकदार हैं।

बिहार, एक ऐतिहासिक, बौद्धिक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध राज्य, अब आर्थिक विकास की नई दिशा की ओर बढ़ रहा है। इस दिशा को मजबूती देने के लिए जरूरी है कि हम समझें कि व्यवसाय और व्यवसायियों का क्या योगदान होता है और यह बिहार के विकास के लिए क्यों अत्यंत महत्वपूर्ण है।


1. व्यवसाय और व्यवसायी: क्या भूमिका निभाते हैं अर्थव्यवस्था में?

✅ रोज़गार का सबसे बड़ा स्रोत

हर व्यवसाय, चाहे वह छोटी किराने की दुकान हो या एक मल्टीनेशनल कंपनी, प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लोगों को रोज़गार देता है। एक व्यवसायी जब किसी काम की शुरुआत करता है, तो उसके साथ कई मजदूर, कर्मचारी, ड्राइवर, मार्केटिंग एजेंट, अकाउंटेंट आदि जुड़ते हैं।

✅ सरकार को टैक्स और राजस्व मिलता है

व्यवसायी अपने व्यापार से जो मुनाफा कमाता है, उसमें से टैक्स देता है। इसके अलावा जीएसटी, प्रोफेशनल टैक्स, प्रॉपर्टी टैक्स जैसी अनेक व्यवस्थाओं के माध्यम से वह सरकार की आमदनी का प्रमुख स्रोत होता है।

✅ उत्पादन और सेवाओं को बढ़ावा

व्यवसाय ही किसी समाज की ज़रूरतों को पूरा करता है। खाने-पीने से लेकर शिक्षा, स्वास्थ्य, निर्माण, संचार, तकनीक — हर क्षेत्र व्यवसाय से ही चलता है।

✅ नई सोच और नवाचार का आधार

जब कोई व्यक्ति व्यवसाय शुरू करता है, तो वह नए विचारों, तरीकों और तकनीकों को अपनाता है — जिससे समाज में भी बदलाव आता है।


2. बिहार की वर्तमान स्थिति — व्यवसाय की दृष्टि से

बिहार में लंबे समय तक सरकारी नौकरी को ही “सम्मानजनक करियर” माना गया। इसका परिणाम यह हुआ कि:

  • बहुत कम युवा व्यवसाय करने की ओर बढ़े
  • पारंपरिक व्यापार ही सीमित रहा
  • बाहर की कंपनियाँ बिहार में निवेश करने से हिचकिचाईं
  • लाखों युवाओं को काम के लिए अन्य राज्यों में जाना पड़ा

लेकिन अब समय बदल रहा है। आज जब भारत स्टार्टअप और डिजिटल युग की ओर बढ़ रहा है, बिहार को भी इस लहर में पीछे नहीं रहना चाहिए।


3. बिहार के विकास के लिए व्यवसाय और व्यवसायी क्यों ज़रूरी हैं?

📌 रोज़गार सृजन का सबसे बड़ा उपाय

हर साल लाखों युवा बिहार में 10वीं, 12वीं, ग्रेजुएशन पास करते हैं। लेकिन नौकरियाँ सीमित हैं। व्यवसाय ही एकमात्र क्षेत्र है जो बड़े पैमाने पर युवाओं को रोज़गार दे सकता है — वह भी स्थानीय स्तर पर।

📌 आर्थिक आत्मनिर्भरता का आधार

जब राज्य में ज्यादा व्यवसाय होंगे, तो लोग आय पर निर्भर नहीं, आय उत्पन्न करने वाले बनेंगे। इससे आत्मनिर्भर बिहार का सपना साकार होगा।

📌 स्थानीय संसाधनों का दोहन

बिहार के पास कृषि, हस्तशिल्प, मत्स्य पालन, खाद्य प्रसंस्करण, पर्यटन जैसे कई प्राकृतिक और सांस्कृतिक संसाधन हैं। अगर स्थानीय व्यवसायी इन्हें सही ढंग से उपयोग करें, तो न केवल रोजगार बढ़ेगा, बल्कि राज्य की आय भी।

📌 पलायन पर रोक लगेगी

व्यवसाय बढ़ेगा, तो युवाओं को दिल्ली, मुंबई, पंजाब जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वे अपने गाँव, कस्बे और ज़िले में ही रहकर काम करेंगे और अपने क्षेत्र को मजबूत बनाएँगे।


4. बिहार में व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए क्या ज़रूरी है?

✅ व्यवसाय के प्रति सोच में बदलाव

बिहार के समाज में अब यह स्वीकार करना होगा कि व्यवसाय करना गर्व की बात है। यह सिर्फ “बेरोज़गारी में मजबूरी” नहीं, बल्कि विकास की चाबी है।

✅ प्रशासनिक सहयोग और आसान प्रक्रियाएँ

नवोन्मेषी व्यवसायियों को सरकार की योजनाओं, जैसे मुद्रा लोन, स्टार्टअप इंडिया, प्रधानमंत्री रोजगार योजना आदि तक पहुंचना चाहिए — वो भी बिना भ्रष्टाचार और जटिल प्रक्रियाओं के।

✅ स्थानीय निवेश और नेटवर्किंग

बिहार के समृद्ध वर्ग को स्थानीय स्टार्टअप, लघु उद्योग, महिला उद्यमिता आदि में निवेश करना चाहिए। साथ ही ‘बिहार से बिहार के लिए’ नेटवर्क तैयार करने चाहिए।

✅ युवाओं को व्यवसायी बनने के लिए प्रेरित करें

कॉलेजों और स्कूली स्तर पर ही विद्यार्थियों को व्यवसाय की मूल बातें, इनोवेशन, मार्केटिंग, फाइनेंस सिखाया जाए।


5. कुछ सफल उदाहरण जो बदलाव ला रहे हैं

  • Muzaffarpur में युवा डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी चला रहे हैं
  • Patna में कई महिला उद्यमी बेकरी, बुटीक, और कैफे का संचालन कर रही हैं
  • Rural Bihar में मछली पालन, मधुमक्खी पालन, और ऑर्गेनिक खेती से व्यवसायिक सफलता मिल रही है
  • कोचिंग संस्थान और ऑनलाइन शिक्षण मंच भी अब छोटे व्यवसाय का हिस्सा बन चुके हैं

ये उदाहरण बताते हैं कि यदि सोच, साधन और समर्थन मिले — तो बिहार के व्यवसायी किसी से पीछे नहीं।


6. व्यवसायी को समाज में क्यों मिलनी चाहिए प्रतिष्ठा?

  • वह लोगों को नौकरी देता है
  • वह सरकार को टैक्स देता है
  • वह बाजार को चलाता है
  • वह अपने उत्पाद और सेवा से लोगों की ज़िंदगी आसान करता है

इसलिए समाज को यह समझना होगा कि व्यवसायी सिर्फ पैसा कमाने वाला व्यक्ति नहीं, बल्कि अर्थव्यवस्था का एक स्तंभ है।


निष्कर्ष

किसी भी समाज और राज्य की मजबूती के लिए व्यवसाय और व्यवसायियों का योगदान अनमोल होता है। बिहार में यदि हम सच में विकास चाहते हैं, तो हमें व्यवसाय को प्रोत्साहित करना होगा, व्यवसायियों को समर्थन देना होगा, और युवाओं को प्रेरित करना होगा कि वे नौकरी ढूंढने वाले नहीं, नौकरी देने वाले बनें।

व्यवसाय को सिर्फ अवसर के रूप में नहीं, जिम्मेदारी के रूप में देखने की ज़रूरत है।


क्या आप बिहार में व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं या कर चुके हैं?
अपने अनुभव और सुझाव नीचे कमेंट करें, और इस लेख को उन लोगों तक पहुँचाएँ जो बदलाव लाना चाहते हैं — अपने लिए, अपने समाज के लिए, और अपने बिहार के लिए।

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